आर्कटूरस स्ट्रेन - 600 से अधिक ओमिक्रॉन सबवेरिएंट्स में से एक - पहली बार जनवरी में पाया गया था और तब से 31 देशों में खोजा गया है। इस महीने की शुरुआत में यह बताया गया था कि आर्कटुरस विशेष चिंता पैदा कर रहा था, और यह क्रैकन संस्करण की तुलना में 1.2 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है।
2019 के अंत तक दुनिया को एक नई महामारी का ज्ञान हुआ है जिसे कोरोना वायरस का नाम दिया गया। ये वायरस लोगों के बीच अत्यंत तेज़ी से फैलता है तथा ये लोगों के लिए काफ़ी ख़तरनाक भी माना जाता है। ऐसी उम्मीद की गई थी कि कोरोना वायरस की वैक्सीन आने के बाद विश्व इस महामारी से उबर जाएगा लेकिन आज 2022 आ जाने पर भी इससे कोई निजात नहीं मिल सकी है। बीते दिनों कोरोना के एक नए वेरिएंट के बारे में पता चला जिसे डब्लूएचओ के द्वारा ओमिक्रॉन वेरिएंट का नाम दिया गया है। अभी इस वायरस पर शोध चल रहा है और ठीक तरह से यह कह पाना मुश्किल है कि ये पहले की अपेक्षा ख़तरनाक है या नहीं। आज के अपने इस लेख में हम ओमिक्रॉन वेरिएंट से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों की चर्चा करेंगे। तो आइए अपनी इस चर्चा को इस लेख के माध्यम से आगे बढ़ाते हैं और बात करते हैं ओमिक्रॉन वेरिएंट के परिचय के बारे में।