किसी भी कार्य को करने के लिए ऊर्जा और फुर्ती की आवश्यकता पड़ती है। कई बार ऐसा होता है कि हम किसी कार्य को करने बैठते हैं तो हमें थकान का अनुभव होने लगता है। ये थकान ऊर्जा की कमी के कारण हो सकती है। इसी थकान को हम कमज़ोरी कहते हैं।
वैसे तो कोई भी व्यक्ति अपने जीवन काल में कमज़ोरी का अनुभव जब तब करता ही रहता है। कई बार लोग कमज़ोरी को साधारण समझकर अनदेखा भी कर देते हैं लेकिन कई मामलों में ये ठीक नहीं होता है।
विशेषज्ञों के अनुसार कई बार ये कमज़ोरी किसी बीमारी का पूर्व संकेत भी हो सकती है। कमज़ोरी के प्रति जागरूकता अपनाना ज़रूरी है। इसी बात के अर्थ को सार्थक करने हेतु हम आज इस लेख में कमज़ोरी से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर साधारण और सरल शब्दों के माध्यम से चर्चा करेंगे। तो आइए अपने इस लेख की शुरुआत करते हैं।
कमज़ोरी एक ऐसी अवस्था कही जा सकती है जिसमें व्यक्ति का शरीर ऊर्जा की कमी के चलते थका हुआ महसूस करता है।
शरीर की मांसपेशियों में ऊर्जा और ताक़त की कमी होने लगती है जिससे कि पूरे शरीर में कमज़ोरी का अनुभव होने लगता है।
कमज़ोरी निम्नलिखित दो प्रकार की हो सकती है-
कमज़ोरी का एक कारण शरीर में ऊर्जा या ताक़त की कमी होता है लेकिन कई बार व्यक्ति ऊर्जा और पर्याप्त ताक़त होने के बावजूद भी कमज़ोरी का अनुभव करता है। इसे सब्जेक्टिव कमज़ोरी कहते हैं।
शरीर में ऊर्जा की कमी के कारण होने वाली थकान को ऑब्जेक्टिव कमज़ोरी कहते हैं।
शरीर में कमज़ोरी होने के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों के बारे में जानना भी बेहद ज़रूरी है। तो आइए कमज़ोरी के कारणों पर एक नज़र डालते हैं।
कमज़ोरी के कुछ बिलकुल सामान्य कारण है जिन्हें जानना आवश्यक है-
अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें दिन प्रतिदिन कुछ न कुछ दैनिक अभ्यासों को करते रहना चाहिए। इसी के साथ साथ दिन भर में कई ऐसे छोटे बड़े कार्य होते हैं जो हमें करने होते हैं। इन्हें करना अच्छी बात है लेकिन यदि इनकी अति हो जाए तो ऐसे में ये परेशानी का कारण बन सकते हैं। सीमा से अधिक अभ्यास या कार्य कमज़ोरी का कारण बन सकता है।
उपापचयी क्रियाओं का सही होना स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। कई बार जब भोजन सही से पच नहीं पाता है तो ऐसे में क़ब्ज़ की समस्या हो जाती है। क़ब्ज़ की समस्या के कारण ना सिर्फ़ पेट में दर्द होता है बल्कि पूरे शरीर में ऊर्जा की कमी और थकावट महसूस होती है। इस प्रकार कब्ज भी कमज़ोरी का एक कारण बनता है।
यदि किसी व्यक्ति के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या है तो यह मल्टिपल स्केलेरोसिस की समस्या को जन्म दे सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिस कारण व्यक्ति को कमज़ोरी आ सकती है।
जब शरीर की थायराइड ग्रंथि आवश्यकता से अधिक क्रियाशील हो जाती है तो ऐसे में वह थायराइड हॉर्मोन का उत्पादन अधिक मात्रा में करने लगती है। इससे शरीर में थायराइड का स्तर बढ़ सकता है जो कमज़ोरी का कारण बनता है।
इसके अलावा कमज़ोरी के कुछ अन्य कारण भी हैं जैसे-
जैसा कि हमने इस लेख में कमज़ोरी के कई कारणों की चर्चा की है और इससे हमें ये पता चला है कि ऊर्जा की कमी होने से व्यक्ति को कमज़ोरी का अनुभव होता है। इस प्रकार शरीर में ऊर्जा के स्तर को संतुलित बनाए रखना ज़रूरी है।
अब बात आती है कि हम ऊर्जा कैसे ग्रहण करें? इसका उत्तर है कि हमें पोषण से भरपूर आहार की तरफ़ जाना चाहिए। जी हाँ, हमें अपने आहार में उन चीज़ों को शामिल करना चाहिए जिनसे हमें ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा मिल सके।
नियमित रूप से फल और सब्ज़ियों का सेवन करें। सुबह के नाश्ते में फलों और सब्ज़ियों के जूस को शामिल करें।
नियमित रूप से सेब और अनार खाएं। मांसाहारी लोग अपने आहार में मछली, मांस और अंडे को भी शामिल कर सकते हैं।
यदि आपको हर समय कमज़ोरी का अनुभव होता रहता है और आप पर्याप्त आहार भी लेते हैं तो ऐसे में आपको नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य का चेकअप करवाना आवश्यक है। हो सकता है कि इस कमज़ोरी का कारण कोई बीमारी हो जो आगे चलकर ख़तरनाक रूप धारण कर ले। इसलिए कमज़ोरी होने पर डॉक्टर को अपनी समस्या बताएँ और जाँच करवाएं।
यदि आपको डिप्रेशन, चिंता या अन्य किसी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो ऐसे में इसे अनदेखा न करें। मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हुई समस्याओं के निवारण हेतु साइकोलॉजिस्ट की सलाह लें।
नकारात्मक विचारों को त्याग दें। नियमित रूप से ध्यान लगाएं। इससे डिप्रेशन के स्तर में गिरावट आती है। आप अपना मनपसंद गाना भी सुन सकते हैं। इसी के साथ साथ उन कार्यों को करें जिनसे आपको ख़ुशी मिलती है। इससे आपको मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से निजात मिलेगी और आपको कमज़ोरी या लो एनर्जी का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।
पानी हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पदार्थ है। यहाँ तक कि हमारे शरीर के अंगों के निर्माण में भी पानी का एक महत्वपूर्ण है भाग जुड़ा हुआ होता है।
शरीर के सभी अंगों को सुचारु रूप से कार्यरत रखने के लिए पर्याप्त जल का सेवन करना आवश्यक है।
प्रतिदिन पर्याप्त जल की मात्रा ग्रहण करते रहें। शरीर में जल की कमी होने से लो एनर्जी और कमज़ोरी की समस्या होने लगती है। सिर्फ़ इतना ही नहीं बल्कि कुछ लोग ये भी शिकायत करते हैं कि पानी की कमी से उन्हें चक्कर आते हैं। ये बात बिलकुल सत्य है कि जल की कमी होने से हमारे शरीर में अनेक समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इन्हीं समस्याओं में एक समस्या का नाम कमज़ोरी है। इसलिए अपने शरीर में पानी की कमी बिलकुल न होने दें।
आजकल लोग जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक तथा मसालेदार चीज़ों को अपने आहार में शामिल करने लगे हैं। लोग जंक फूड के इतने शौक़ीन हो गए हैं कि वह इसके नुक़सानों के बारे में सोचते ही नहीं हैं। दरअसल नियमित रूप से जंक फ़ूड का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक हो सकता है।
जंक फ़ूड में कैलोरीज की अत्यधिक मात्रा होती है जो शरीर में कई बीमारियों को जन्म दे सकती है। इसी के साथ साथ जंक फ़ूड में उपस्थित तेल और मसाले शरीर में वसा के स्तर को बढ़ाते हैं। इनके कारण लो एनर्जी का एहसास हो सकता है जिससे कि व्यक्ति को कमज़ोरी महसूस होती है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए बेहतर है कि हम जंक फूड को अनदेखा करें और अपने आहार में सिर्फ़ उन्हीं चीज़ों को शामिल करें जिनसे हमें पोषण मिलता है।
प्रतिदिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। यदि किसी व्यक्ति की 7-8 घंटे की नींद पूरी नहीं होती है तो ऐसे में व्यक्ति को थकान और कमज़ोरी का अनुभव होता है। हमारे मस्तिष्क को आराम की आवश्यकता होती है। मस्तिष्क की यह ज़रूरत पर्याप्त नींद लेने से पूरी हो जाती है। इस बात का भी ख़याल रखें कि रात्रि में जल्दी सोने का प्रयास करें। रात में ली गई नींद मस्तिष्क को सही से कार्य करने में मदद करती है।
इस लेख में हमने कमज़ोरी के कारण, लक्षण और निवारण पर एक विशेष चर्चा की है। हम आशा करते हैं कि यह लेख आपको कमज़ोरी से संबंधित ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी देने में सफल होगा। यदि आप भी कमज़ोरी का अनुभव करते हैं तो आप इस लेख के माध्यम से उसका निवारण पा सकते हैं। यदि आपका इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव है तो आप उसे कॉमेंट बॉक्स में लिखकर हमसे साझा कर सकते हैं।